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उत्तर-पूर्व भारत के विद्यार्थियों से जेईई मेन 2025 परीक्षा में रजिस्ट्रेशन कर बड़े सपने साकार करने की अपील

इस क्षेत्र के विकास में इन प्रतिभाओं से काफी उम्मीद

  • सीएसएबी-2025 ने विद्यार्थियों को जेईई मेन 2025 में रजिस्ट्रेशन के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि वे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश सुनिश्चित करें और इनोवेटर बन कर क्षेत्र का बेहतर भविष्य निर्माण करें
  • सीएसएबी-एनईयूटी राउंड आयोजित कर उत्तर-पूर्वी राज्यों की भागीदारी बढ़ाने का लक्ष्य

सीएसएबी 2025 अध्यक्ष का वीडियो बाइट

https://drive.google.com/drive/u/0/folders/156miOtUVIWyo_TE7ndmSGMZuzcdHkzuW

मेघालय, 9 जनवरी 2025 – सेंट्रल सीट एलोकेशन बोर्ड (सीएसएबी)-2025 ने उत्तर-पूर्वी राज्यों के विद्यार्थियों को संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन करने की अपील की है। जेईई मेन परीक्षा भारत के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों का प्रवेश द्वार है। इंजीनियर बनने के इच्छुक उम्मीदवार इसके माध्यम से विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त करते और अच्छा कैरियर बनाते हैं।

जेईई मेन परीक्षा देश के बहुत-से अग्रणी संस्थानों का प्रवेश द्वार है जैसे-

  • 31 राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी)
  • 26 भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी)
  • 3 स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए)
  • 37 सरकारी वित्तपोषित प्रौद्योगिकी संस्थान (जीएफटीआई)
  • 1 आईआईईएसटी, शिबपुर

सीजन 2 (अप्रैल 2025) के लिए 31 जनवरी 2025 से रजिस्ट्रेशन शुरू होगा और 24 फरवरी 2025 को बंद होगा। योग्यता प्राप्त उम्मीदवार अधिक जानकारी और निर्देश https://jeemain.nta.nic.in/information-bulletin/ से प्राप्त कर सकते हैं।

इस परीक्षा का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) करती है। सही तरीके से तैयारी करने पर जेईई मेन परीक्षा कठिन नहीं है। इसके लिए ध्यान केंद्रित करना होगा। कोर कांसेप्ट की बारीक समझ, नियमित अभ्यास, समय का सही प्रबंधन और सकारात्मक सोच रखते हुए छात्र आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

ये संस्थान सामुहिक रूप से एनआईटी$ सिस्टम के नाम से जाते हैं। इनके अंतर्गत उपलब्ध सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी शिक्षा, उद्योग जगत से कनेक्शन और मजबूत बुनियादी व्यवस्था जगजाहिर है। यहां से ग्रैजुएट होने के बाद बेहतरीन कैरियर मिलने की संभावना इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि ये संस्थान छात्रों का सही कौशल विकास करते हैं। इस परीक्षा व्यवस्था में शामिल संस्थानों में इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर में अंडरग्रैजुएट कोर्स की बड़ी रेंज़ है, जिसमें शामिल हैं

  • प्रचलित क्षेत्र सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग
  • नए क्षेत्रआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन, पर्यावरण इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग भौतिकी, ऊर्जा इंजीनियरिंग, खाद्य प्रौद्योगिकी
  • विशेषज्ञता के क्षेत्र – एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, जैव प्रौद्योगिकी, नेवल आर्किटेक्चर, पेट्रोलियम इंजीनियरिंग, औद्योगिक इंजीनियरिंग और प्रबंधन, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, इंस्ट्रूमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियरिंग, मटीरियल साइंस और इंजीनियरिंग, मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग, माइनिंग इंजीनियरिंग, नेवल आर्किटेक्चर और ओशन इंजीनियरिंग, योजना और वास्तुकला इंजीनियरिंग, प्रोडक्शन इंजीनियरिंग

इतने सारे कोर्स उपलब्ध होने से छात्र अपनी चाहत और कैरियर के लक्ष्यों के अनुसार विषयों का चयन कर सकते हैं। साथ ही, उद्योग जगत की बदलती मांगों को पूरा करने में भी सक्षम होते हैं।

सीएसएबी 2025 के अध्यक्ष प्रो. के. उमामहेश्वर राव ने पूर्वोत्तर के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को  प्रेरित करते हुए कहा, ‘‘पूर्वोत्तर क्षेत्र में काफी प्रतिभाशाली विद्यार्थी हैं। विकास की अपार संभावनाएं हैं। मैं उन्हें इस अवसर का लाभ उठाने और जेईई मेन 2025 परीक्षा में पंजीकरण के लिए प्रोत्साहित करता हूं। इस परीक्षा में सफलता से विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उनका अच्छा करियर बनेगा। उनकी जिन्दगी संवर जाएगी।’’

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘मैं यह समझता हूं कि इस परीक्षा की तैयारी में थोड़ा तनाव हो सकता है। लेकिन मनोयोग से तैयारी, कोर कांसेप्ट की जानकारी, नियमित अभ्यास, समय के सही प्रबंधन, सकारात्मक सोच और शिक्षकों के मार्गदर्शन से उम्मीदवार छात्र आत्मविश्वास के साथ जेईई मेन में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। वे अच्छी रैंक हासिल कर प्रत्येक काउंसलिंग राउंड में सीएसएबी 2025 टीम का मार्गदर्शन और सहायता का लाभ लेकर अपनी योग्यता के अनुसार एनआईटी$ सिस्टम में अपनी पसंद के संस्थान में प्रवेश ले सकते हैं।’’

पूर्वोत्तर भारत में देश के सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी शिक्षा संस्थानों का एक मजबूत नेटवर्क है, जिसमें शामिल हैं

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी)

  • राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान अगरतला
  • राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान मेघालय
  • राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान नागालैंड
  • राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सिक्किम
  • राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान अरुणाचल प्रदेश
  • राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान मणिपुर
  • राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान मिजोरम
  • राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सिलचर

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी)

  • भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी
  • भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान मणिपुर
  • भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान अगरतला

सरकार से वित्तपोषित प्रौद्योगिकी संस्थान (जीएफटीआई)

  • असम विश्वविद्यालय, सिलचर
  • मिजोरम विश्वविद्यालय, आइजोल
  • स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, तेजपुर विश्वविद्यालय, नापाम, तेजपुर
  • केंद्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कोकराजार, असम
  • उत्तर पूर्वी क्षेत्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, निरजुली, इटानगर, अरुणाचल प्रदेश
  • नॉर्थ-ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी, शिलांग

पूर्वात्तर भारत में प्रतिभाओं का विशाल भंडार है, जिसका सदुपयोग नहीं हुआ है। इसलिए एनआईटी राउरकेला पुरजोर प्रयास करते हुए इस क्षेत्र के छात्रों को जेईई मेन परीक्षा देने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित कर रहा है। लक्ष्य उन छात्रों को सफल प्रोफेशनल और सशक्त बना कर भावी अवसरों के लिए तैयार करना है।

पूर्वोत्तर के छात्रों के लिए विशेष पहल

सीएसएबी पूर्वोत्तर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के छात्रों की विशेष चुनौतियों को देखते हुए उन्हें विशेष काउंसलिंग राउंड की सुविधा देता है –

  • सीएसएबीएनईयूटी राउंड सीएसएबी-2025 के तहत सीएसएबी-एनईयूटी (पूर्वोत्तर राज्य और कुछ केंद्र शासित प्रदेश) राउंड होंगे ताकि पूर्वोत्तर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के उम्मीदवारों के लिए एआईसीटीई-अनुमोदित संस्थानों में सीट आवंटित हों। इस उद्देश्य से सुविधाओं की कमी वाले राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लिए डिग्री स्तर के टेक्निकल कोर्स में सीट आरक्षण योजना के तहत पूरे भारत के कई एआईसीटीई से अनुमोदित संस्थानों/विश्वविद्यालयों में सीटें आवंटित किए जाएंगे।
  • सीएसएबी स्पेशल राउंड सीएसएबी स्पेशल राउंड उन उम्मीदवारों को एनआईटी+ संस्थानों में प्रवेश का एक अतिरिक्त अवसर देता है, जो शुरू के जोसा/सीएसएबी काउंसलिंग राउंड में सीट नहीं ले पाते हैं।

सीट आवंटन का काम

वर्ष 2025 में पूर्वोत्तर राज्यों में राज्य कोटे में एनआईटी, आईआईआईटी और जीएफटीआई में लगभग 2,000 सीटें उपलब्ध होने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त एनईयूटी के तहत पूरे भारत में लगभग 740 सीटें उपलब्ध होंगी। एनआईटी की कुल सीटों में 50 प्रतिशत राज्य कोटे में आरक्षित हैं, ताकि राज्य के अपने छात्रों को अवसर मिलना सुनिश्चित हो। बाकी 50 प्रतिशत अन्य राज्य कोटे में आवंटित किए जाते हैं। इसलिए पूर्वोत्तर के छात्र अन्य राज्यों के एनआईटी, आईआईआईटी और जीएफटीआई में भी प्रवेश ले सकते हैं।

जेईई मेन परीक्षा पास करने के बाद छात्र सीट आवंटन की प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। इसकी शुरुआत 5 नियमित राउंड से होती है। इसका आयोजन जेओएसएए-2025 (संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण) करेगा। इससे आईआईटी और एनआईटी+ सिस्टम में प्रवेश मिलता है। इसके बाद सीएसएबी-2025 के दो स्पेशल राउंड होंगे ताकि एनआईटी+सिस्टम में बची हुई सीटें लेने के लिए योग्य उम्मीदवारों को पर्याप्त अवसर मिले।

जेईई मेन क्वालीफाई करने वाले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट (https://csab.nic.in और  https://josaa.nic.in) पर काउंसलिंग में भाग ले सकते हैं। वहां उन्हें रजिस्ट्रेशन, डॉक्युमेंट़ वेरिफिकेशन, प्रेफरेंस सलेक्शन, काउंसलिंग शेड्यूल और सीट आवंटन सहित प्रत्येक चरण के लिए जरूरी निर्देश मिलेंगे। उम्मीदवार इन निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन कर काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। जेओएसएए 2025 का आयोजन आईआईटी कानपुर और एनआईटी राउरकेला मिल कर कर रहा है। सीएसएबी 2025 की कमान एनआईटी राउरकेला के पास है।

जेओएसएए/सीएसएबी काउंसलिंग के कई लाभ हैं जैसे –

  • खास कर सीट आरक्षित उत्तर-पूर्व के छात्रों के लिए सीटें आरक्षित होने से सर्वोच्च स्तर की शिक्षा मिलने का पूरा अवसर।
  • प्रवेश के लिए कई अवसर – सीएसएबी के दो स्पेशल राउंड होने से मेन राउंड में असफल रहे छात्रों को भी सीटें मिलने की संभावना।
  • सुविधाजनक और पारदर्शी प्रक्रिया – रजिस्ट्रेशन, डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन और सीट आवंटन सब ऑनलाइन होने से छात्र घर बैठे सभी जरूरी प्रक्रियाएं पूरी कर सकते हैं। कई भाषाओं में सहायता उपलब्ध होने से छात्रों और अभिभावकों के लिए प्रक्रिया पूरी करना आसान।
  • अलग-अलग कई कोर्स के विकल्प – छात्र अलग-अलग कई प्रोग्राम से मनपसंद चुन सकते हैं। शुरू से प्रचलित सिविल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग और नए दौर के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और डेटा साइंस तक सभी उपलब्ध हैं।
  • अच्छे करियर की संभावना – आईआईटी, एनआईटी और अन्य चोटी के संस्थानों के ग्रैजुएट अक्सर प्रमुख उद्योगों, सरकारी एजेंसियों और स्टार्टअप में जॉब प्राप्त कर लेते हैं। अच्छी आमदनी के साथ अपने क्षेत्र में इनोवेशन करने और महत्वपूर्ण योगदान देने के अवसर प्राप्त करते हैं।

जेईई मेन परीक्षा के संबंध में एनआईटी मेघालय के निदेशक प्रो. पिनाकेश्वर महंत ने कहा, ‘‘मैं मेघालय के छात्रों को एक सुनहरे अवसर के बारे में सूचित करना चाहता हूं, जो उनका भविष्य संवारने वाला है। यह अवसर जेईई मेन 2025 परीक्षा है, जो इंजीनियरिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भविष्य बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए सफलता का सोपान है। मेघालय के छात्रों से मेरी अपील है कि इसके लिए पंजीकरण कर पूरा ध्यान लगा कर और उचित मार्गदर्शन में पुरजोर तैयारी करें। जेईई मेन में सफलता के साथ एनआईटी मेघालय समेत अन्य राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जैसे प्रमुख संस्थानों के प्रवेश द्वार खुल जाएंगे। ये संस्थान विश्व स्तरीय शिक्षा, आधुनिक प्रोजेक्ट पर काम करने के अवसर देते हैं। देश-विदेश के उद्योग जगत, शिक्षा जगत और प्रशासन में बेहतरीन करियर की बुनियाद रखते हैं।’’

जेईई (मेन) 2025 के लिए आवश्यक योग्यता

आयु सीमा – जेईई (मेन) 2025 परीक्षा के लिए उम्मीदवारों के लिए कोई आयु सीमा नहीं है। साल 2023, 2024 में कक्षा 12 या समकक्ष पास या फिर 2025 में परीक्षा देने वाले उम्मीदवार योग्य हैं, चाहे जो भी उम्र हो।

योग्यता परीक्षाएं – उम्मीदवारों के लिए निम्नलिखित में से किसी एक में पास होना या एपियर होना अनिवार्य है –

  • किसी मान्यता प्राप्त केंद्रीय/राज्य बोर्ड (जैसे सीबीएसई, सीआईएससीई) से 10+2 सिस्टम में अंतिम परीक्षा
  • किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड/विश्वविद्यालय से इंटरमीडिएट या दो वर्षीय प्री-यूनिवर्सिटी परीक्षा
  • राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के दो वर्षीय संयुक्त सेवा विंग कोर्स की अंतिम परीक्षा
  • एनआईओएस की वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परीक्षा – कम से कम पाँच विषयों के साथ
  • भारत या विदेश में पब्लिक स्कूल/बोर्ड/विश्वविद्यालय परीक्षा जिसे एआईयू से 10+2 सिस्टम के समकक्ष मान्यता हो
  • व्यावसायिक परीक्षा में उच्चतर माध्यमिक प्रमाणपत्र
  • एआईसीटीई या राज्य प्रौद्योगिकी शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त डिप्लोमा (3 वर्ष)
  • सामान्य शिक्षा प्रमाणपत्र (जीसीई)ए-लेवेल परीक्षा (लंदन/कैम्ब्रिज/श्रीलंका)
  • कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से हाई स्कूल प्रमाणपत्र या आईबी ऑफिस, जीनेवा से इंटरनेशनल बैकलॉरिएट डिप्लोमा
  • भारत से बाहर कक्षा 12 की शिक्षा पूरी की हो, जिसके साथ एआईयू समकक्ष प्रमाणपत्र हो
  • यदि कक्षा 12 सार्वजनिक परीक्षा नहीं हो तो उम्मीदवार को पहले कम से कम एक सार्वजनिक (बोर्ड/प्री-यूनिवर्सिटी) परीक्षा पास करना होगा।

सीएसएबी की इस पहल का उद्देश्य प्रौद्योगिकी शिक्षा में क्षेत्रीय असमानताएं दूर कर पूर्वोत्तर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के छात्रों को सक्षम बनाना है। जेईई मेन परीक्षा और तदुपरांत काउंसलिंग राउंड में भाग लेकर उम्मीदवार प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश प्राप्त करें जहां उनकी बहुआयामी क्षमता का विकास होगा और पूरी दुनिया में सफलता के लिए जरूर कौशल प्राप्त होंगे। अधिक जानकारी जेईई मेन्स 2024 वेबसाइट https://jeemain.nta.nic.in/ से प्राप्त कर सकते हैं।

मीडिया संपर्क

अर्चना गुप्ता – सीएसएबी मीडिया टीम

सेल: 8470090779 / ईमेल: pro@nitrkl.ac.in

भवानी गिद्दू – फुटप्रिंट ग्लोबल कम्युनिकेशंस

सेल: 9999500262 / ईमेल: bhavani.giddu@footprintglobal.com

अखिल वैद्य – फुटप्रिंट ग्लोबल कम्युनिकेशंस

सेल: 98821 02818 / ईमेल: akhil.vaidya@footprintglobal.com

काजल यादव – फुटप्रिंट ग्लोबल कम्युनिकेशंस

सेल: 88059 66194 / ईमेल: kajal.yadav@footprintglobal.com

Deepak Verma

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