आम लोग कब कर पाएंगे अयोध्या में राम दरबार के दर्शन

अयोध्या : अयोध्या में 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद, 22 जनवरी 2024 को रामलला अपने जन्म स्थान पर विराजमान हुए थे.वहीं, 5 जून 2025 को राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार समेत परकोटे में बने सप्त मंदिर में देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा की गई . हालांकि राम दरबार के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को अभी थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा. गौरतलब है कि राम दरबार के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन के बाद 20 फीट ऊपर जाना होगा, यानी 40 सीढ़ियां चढ़नी होंगी. राम दरबार के दर्शन के लिए दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए लिफ्ट भी लगाई जा रही है, जिसका काम युद्धस्तर पर चल रहा है
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम दरबार के मंदिरों में दर्शन के लिए भी राम भक्तों को थोड़ा इंतजार करना होगा. तकनीकी कारणों और सुरक्षा मानकों के चलते बरसात के बाद ही परकोटा और प्रथम तल पर बने राम दरबार के मंदिर में दर्शन संभव हो सकेंगे.
ये लोग हुए प्राण प्रतिष्ठा में शामिल
चंपत राय ने बताया कि मंदिर परिसर में आठ मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम कल संपन्न हुआ. मंदिर निर्माण में लगे लोगों को भी पूजन में शामिल किया गया था, जिसमें लार्सन टुब्रो, टाटा, सोनपुर के कारीगर, मूर्ति निर्माता और शिवलिंग समर्पित करने वाले शामिल थे. रामलला के मंदिर में राम दरबार सत्यनारायण पांडे द्वारा और शेषावतार मंदिर का निर्माण जयपुर के कारीगर केशव द्वारा किया गया है. मध्य प्रदेश के वरिष्ठ साधु नर्मदानंद जी महाराज भी पूजन में शामिल हुए.
कब होगा मंदिर का निर्माण पूरा?
चंपत राय ने कहा कि मंदिर परिसर में निर्माण कार्य चल रहा है और मशीनों का मूवमेंट जारी है. कल के कार्यक्रम के बाद हम कह सकते हैं कि मंदिर का निर्माण लगभग पूर्णता की ओर है. मंदिर का आखिरी काम मंदिर के शिखर पर ध्वज लगाने का होगा, जो मौसम अनुकूल होने पर अक्टूबर-नवंबर में लगाया जाएगा.