महिला जब 7वीं बार तलाक के लिए कोर्ट पहुंची तो जज भी हैरान रह गए।
अब एक और हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जहां एक महिला जब 7वीं बार तलाक के लिए कोर्ट पहुंची तो जज भी हैरान रह गए।
ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमे महिलाएं शादी करने के बाद घर के जेवर, गहने लेकर फरार हो जाती हैं। ऐसे गिरोह में शामिल कई लड़कियां और पुरुष गिरफ्तार हो चुके हैं। राजस्थान और हरियाणा से ऐसे कई मामले सामने आए।
अब एक और हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जहां एक महिला जब 7वीं बार तलाक के लिए कोर्ट पहुंची तो जज भी हैरान रह गए।
मामला कर्नाटक का है और यहां कोर्टरूम की सुनवाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जज वकील से महिला के 7वें तलाक के बारे में पूछ रहे हैं। जज को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि यह 7वें पति का केस है? क्या सभी के खिलाफ 498a के तहत केस दर्ज करवाया है?
छह महीने ही पति के साथ रहती थी महिला
जवाब में वकील ने कहा कि जी हां, सभी के खिलाफ 498a (प्रताड़ित करना, क्रूरता) का केस लिखवाया है। इसके साथ ही उसने मेंटेंनेस की भी मांग की थी। जज ने पूछा कि एक पति के पास यह कितने समय तक रहती थी? जवाब मिला कि एक साल से लेकर छह महीने तक यह पति के साथ रहती थी और केस दर्ज करके तलाक लेती थी। सेटलमेंट के पैसे लेती थी।
SERIAL 498A ACCUSER
A WOMAN IN KARNATAKA HAS MARRIED 7 TIMES
STAYED WITH EACH MAX 1 YEAR
FILED 498A, MAINTENANCE CASES ON ALL
TAKEN MONEY FROM 6 HUSBANDS
NOW FIGHTING CASE WITH 7TH
Despite having all records with him, MiLord not sending her to Jail
JAI HO EQUALITY 🙏 pic.twitter.com/3zpdBFNP1m
— Deepika Narayan Bhardwaj (@DeepikaBhardwaj) July 26, 2024
इसके बाद जज ने कहा कि यह महिला कानून के साथ खेल रही है। पीड़ित पक्ष ने जज के सामने सभी पूर्व पतियों के साथ महिला की शादी और शादी के दस्तावेज पेश कर दिए। जज ने सुनवाई के लिए अगली तारीख दे दी और अगली सुनवाई पर सभी पतियों को भी पूरी डिटेल्स के साथ बुला लिया। अब इस मामले को देखकर लोग हैरानी जता रहे हैं।
सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ का कहना है कि अच्छा हुआ जज साहब ने मामले में दिलचस्पी दिखाई और इसकी तह तक जाने का फैसला किया। वहीं कुछ ने कहा कि अगर लड़की की जगह कोई लड़का होता तो इस कोर्ट से वह घर न जाता, बल्कि जेल भेज दिया जाता।