वक्फ कानून पर हिंसा-24 परगना में पुलिस की गाड़ियां जलाईं
:प्रदर्शनकारियों ने हाईवे जाम किया; मुर्शिदाबाद में हालात सुधरे, 19 विस्थापित परिवार लौटे

वक्फ कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा अब दक्षिण 24 परगना तक पहुँच गई है। बसंती हाईवे के बैरमपुर क्षेत्र में पुलिस ने इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) कार्यकर्ताओं की गाड़ी को रोका, जिससे हालात बिगड़ गए। ISF के समर्थक भांगर, मिनाखा और संदेशखाली से कोलकाता के रामलीला मैदान में जनसभा के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने सुबह 10 बजे हाईवे जाम किया और पुलिस को घेर लिया, जिसके जवाब में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
हालात बेकाबू होते ही शोणपुर में भीड़ ने पुलिस की पांच मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया, कैदियों की वैन को पलट दिया और तोड़फोड़ की। जनसभा में ISF विधायक नौशाद सिद्दीकी ने भाजपा और तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया कि दोनों पार्टियाँ धर्म के नाम पर राजनीति कर रही हैं और विकास की कोई चिंता नहीं है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जनता से अपील की कि विरोध करें, लेकिन कानून हाथ में न लें। उन्होंने यह भी कहा कि वक्फ कानून केंद्र सरकार का निर्णय है और राज्य में लागू नहीं किया जाएगा।
TMC ने हिंसा के पीछे भाजपा की साजिश बताई है। नेता कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि BSF और कुछ राजनीतिक दलों ने मिलकर उपद्रवियों को राज्य में प्रवेश कराया। वहीं, विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने NIA जांच और राष्ट्रपति शासन की मांग की है।
अब तक हिंसा में 3 मौतें, 15 पुलिसकर्मी घायल और 210 गिरफ्तारियाँ हुई हैं। 17 अप्रैल को कलकत्ता हाईकोर्ट इस पर सुनवाई करेगा। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी वक्फ कानून के खिलाफ 87 दिन का राष्ट्रव्यापी विरोध अभियान शुरू किया है।