कैंटोनमेंट इलाके के खाली स्थानों पर अभी भी अवैध दुकाने लगाने का सिलसिला जारी
लोग अपने फायदे के लिए इतने मतलबी और अनधे हो जाते है की उन्हें अपने फायदे के सिवा कुछ दीखता ही नहीं
लोग अपने फायदे के लिए इतने मतलबी और अनधे हो जाते है की उन्हें अपने फायदे के सिवा कुछ दीखता ही नहीं .ऐसा ही कुछ देखने को मिला शहर के झालुपड़ा इलाके के मथुरा कम पाउंड में यहाँ एक छोटा सा खाली स्थान पड़ा है जिसमे इलाके के छोटे बच्चे खेलते है अब इस खाली स्थान पर एक इलाके के ही एक जनाब की नजर पड़ी बस क्या था इन्होने यहाँ पर अपनी जुग्गी दुकान लगा ली जो सरासर अवैध है .
क्योकि यह पूरा इलाका ही कैंटोनमेंट के अंतर्गत आता है और यहाँ पर दुकान लगाने के लिए कैंटोनमेंट की इजाजत लेनी जरुरी है .अब इन्होने इजाजत ली की नहीं यह तो पता नहीं परन्तु यह तो तै है की इन्होने बिना इजाजत ही दुकान लगा दी .अब बच्चे जब यहाँ खेलने आते है जो उनका रोज का नियम है तो यह जनाब उन्हें डाट कर भगा देते है अब बच्चे जाए तो कहा जाए क्योकि इलाके में उनके खेलने की यही एक खाली जगह पड़ी थी जिसपर इन जनाब ने कब्ज़ा जमा लिया वह भी अवैध रूप से और जब इलाके के लोगो ने अप्पति जताई तो यह उनसे भी लड़ने झगड़ने लगे यानि चोरी और सीना जोरी मगर इनको यह मालूम नहीं की अगर कैंटोनमेंट या स्थानीय ंगो की नजर पड़ गई तो दुकान ही नहीं इलाका छोड़ कर जाना पड़ेगा .मगर कैंटोनमेंट प्रशासन को भी इन चीजों पर ध्यान देना चाहिए की छावनी इलाके के खाली जमीनों पर लोग अवैध कब्ज़ा न जम्माए .