सामाजिक कल्याण

कभी 5 -6 महिलाओ से शुरू हुई शिलांग की नारी शक्ति महिला संगठन आज सैकड़ो की संख्या में बदली

"नारी शक्ति": महिला सशक्तिकरण की मिसाल बन रही हैं पिंकी गोयल

कहते हैं, अगर लगन और जज़्बा हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं। इस बात को सच कर दिखाया है पिंकी गोयल ने, जिन्होंने एक साल पहले महज 5–10 महिलाओं के साथ “नारी शक्ति” नाम से एक संगठन की नींव रखी। उद्देश्य था — महिला सशक्तिकरण और जनकल्याण।

शुरुआत छोटे स्तर से हुई, लेकिन दृढ़ संकल्प और सामाजिक सरोकारों के चलते संगठन ने तेजी से विस्तार किया। आज सैकड़ों महिलाएं इससे जुड़ चुकी हैं, और यह संगठन स्वरोजगार के क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।

“नारी शक्ति” की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें जाति, धर्म या समुदाय की कोई बाध्यता नहीं है — हर महिला के लिए यह संगठन एक समान अवसरों का मंच है।

जल्द ही यह संगठन शिलांग की गैर-आदिवासी महिलाओं के लिए स्वरोजगार और सशक्तिकरण की दिशा में आशा की नई किरण बनकर उभरने की ओर अग्रसर है।

Deepak Verma

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