मेघालय विधानसभा में कांग्रेस के एक मात्र विधायक रॉनी वी. लिंगदोह ने कांग्रेस छोड़ , एनपीपी में हुए शामिल
कभी मेघालय विधानसभा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी हुआ करती थी वही आज आलम यह है की मेघालय विधानसभा कांग्रेस विहीन हो गई

मायलिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक रॉनी वी. लिंगदोह ने बुधवार को औपचारिक रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष थॉमस ए. संगमा को सौंपा। इस दौरान उपमुख्यमंत्री स्निऑब्हालांग धर, पूर्व मायलिम विधायक हैमलेटसन डोहलिंग और एनपीपी नेता डेनियल एम. थांगखिउ भी मौजूद थे।
रॉनी लिंगदोह अब सत्तारूढ़ नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) में शामिल होने जा रहे हैं। वे कांग्रेस छोड़कर एनपीपी में शामिल होने वाले चौथे विधायक होंगे। इससे पूर्व 19 अगस्त 2024 को कांग्रेस के तीन विधायक — डॉ. सेलेस्टीन लिंगदोह, गेब्रियल वाहलांग और चार्ल्स मारनगार — भी एनपीपी में विलय कर चुके हैं। उनके विलय को विधानसभा अध्यक्ष ने दो-तिहाई बहुमत के प्रावधानों के तहत मान्यता प्रदान की थी।
रॉनी लिंगदोह के एनपीपी में शामिल होने के साथ ही पार्टी अब 33 निर्वाचित विधायकों के साथ मेघालय विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस का अब मेघालय विधानसभा में कोई प्रतिनिधित्व नहीं रह गया है। पार्टी के सभी विधायक या तो इस्तीफा दे चुके हैं या एनपीपी में विलीन हो चुके हैं।