गैर-जनजातीय असम के विक्रेताओं पर GSU का सवाल

गारो स्टूडेंट्स यूनियन (GSU) – कारूकोल क्षेत्रीय इकाई ने गारो हिल्स स्वायत्त जिला परिषद (GHADC) से यह सवाल उठाया है कि दक्षिण गारो हिल्स जिले के विभिन्न साप्ताहिक बाजारों में असम से आए गैर-जनजातीय विक्रेताओं की इतनी बड़ी संख्या कैसे काम कर रही है।
GSU ने यह मामला तब उठाया जब उन्होंने बिना वैध Trading for Non-Tribals (TNT) लाइसेंस वाले विक्रेताओं की जांच के लिए 23 अक्टूबर को बाल्काल के साप्ताहिक बाजार का अचानक दौरा किया। जांच में पाया गया कि वहां मौजूद लगभग सभी विक्रेताओं के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं था।
यूनियन ने कहा कि यही विक्रेता नेगकोंग और एमांगरे के बाजारों में भी देखे जाते हैं।
GSU महासचिव फ्रांसिस मरक ने कहा,
“गैर-जनजातीय व्यक्तियों के लिए गारो हिल्स में व्यापार करने हेतु GHADC से TNT लाइसेंस लेना आवश्यक है। असम से आने वाले ये विक्रेता स्थानीय व्यापार पर कब्जा कर रहे हैं। क्या GHADC इस पर आंख मूंदे हुए है या फिर व्यवस्था में कोई खामी है?”
उन्होंने कहा कि यह शर्म की बात है कि जहां स्थानीय गारो लोगों को टैक्स देना पड़ता है, वहीं बाहर से आने वाले व्यापारी बिना किसी कर के व्यापार कर रहे हैं।
GSU ने इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।



