धर्म

श्री कृष्ण जन्म की कथा सुन भाव विभोर हुए श्रद्धालु, पूरा पंडाल जयकारों से गूंजा

श्रीमद् भागवत कथा आयोजन के चौथे दिवस पर कथा वाचक अमर बिहारी पाठक ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाया।

व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए, अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है। अहंकार ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। स्थानीय मेघालय हाइकोर्ट के पास स्थित एम जे टावर में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा आयोजन के चौथे दिवस पर कथा वाचक अमर बिहारी पाठक ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाया। श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। कथा स्थल पर इतनी ज्यादा संख्या थी की लोग कथा स्थल पर खड़े खड़े भाव-विभोर हो रहें थे

कथा व्यास आचार्य ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी,
तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा।
सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था।
भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं।


भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए।
पाठक ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है,
तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं।


जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ पूरा पंडाल जयकारों से गूंजने लगा।
श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर जमकर झूमे । सभी ने हाथ जोड़कर जयकारे लगाए,
कथा स्थल पर शहर के कौने-कौने से पधारी हुई मातृशक्ति से कथा स्थल भर गया एवं कथा स्थल के प्रथम तले पर टीवी स्क्रीन लगाई गई ।


सौरव नेहा चौखानी के पुत्र प्रथम ने वामनावतार का किरदार निभाया। विवेक प्रियंका चौखानी की सुपुत्री सुहानी बिटिया ने भगवान श्री राम का किरदार निभाया,
श्री कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान निखिल चौखानी मोनिका चौखानी के तीन माह के बच्चे धनविका ने भगवान श्री कृष्ण का बहुत ही सराहनीय किरदार निभाया छोटी सी उम्र में बालक की बहुत ही सराहनीय छवी देखी गई ।


श्रीकृष्ण जन्म उत्सव पर नन्द के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की भजन प्रस्तुत किया तो श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर जमकर झूमे। एक-दूसरे को श्रीकृष्ण जन्म की बधाईयां दी गई, एक-दूसरे को खिलौने और मिठाईयां बाटी गई। कथा महोत्सव में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भजन प्रदुम कर भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशियां मनाई। कथा के दौरान
इस अवसर पर आनंद चौखानी,विनोद चौखानी, सुरेन्द्र चौखानी, रुपेश चोखानी, सुशील चौखानी, गौरव,सोरव,विवेक,अमित, संजय, गोपाल, अभिषेक ,अनुप, हरिनारायण, सांवरमल दाधीच,सहित समाज के एवं गुवाहाटी एवं अन्य स्थानों से आए हुए रिश्तेदार एवं बहुत गणमान्य लोग उपस्थित थे


उन्होंने भक्तों से कहा कि जीवन के पलों से कुछ समय निकालकर श्रीमद् भागवत कथा का रसपान हर व्यक्ति को हर परिवार को करना चाहिए।
कृष्णा जन्मोत्सव के बाद
चौखानी परिवार के विनोद एवं आंनद चौखानी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए सभी को धन्यवाद दिया

Deepak Verma

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