धर्म

सात दिवसीय कथा में सुदामा चरित्र के दिन उमड़े भक्त जन

सुशील दाधीच की रिपोर्ट

शहर के एम जे टावर में अनंतराम चौखानी परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का समापन रविवार को हवन पूजन से हुआ।


अंतिम दिन कथा व्यास अमर बिहारी पाठक ने वैदिक मंत्रोच्चारण से पूजन कराया। राजा परीक्षित की कथा को पूरी करके शुकदेव महाराज की विदाई कराकर प्रसंग को विराम दिया।

आरती व आचार्यों के सम्मान के पश्चात भंडारा करके प्रसाद वितरण किया गया।

कथा व्यास ने सुदामा चरित्र एवं गुरु की महिमा की कथा का वर्णन करते हुए कि जीवन में गुरु का होना आवश्यक है ।
गुरु हमारे जीवन की दशा एवं दिशा दोनों को बदलते है
लेकिन हमें दुख इस बात का है कि हम गुरु को बहुत मानते है लेकिन गुरु की बातों को नही मानते।


इसी कारण हम दुखी होते है गुरु मिलने से हमारा नया जन्म होता है। हर इंसान के जीवन में गुरु का होना बहुत जरूरी है।
गुरु से मार्ग दर्शन एवं गुरु ही हमारे कष्टों को दूर करता है। उन्होंने कहा कि हम भले ही सुदामा हो लेकिन मित्र कृष्ण जैसा ही बनाना चाहिए।


कथा व्यास ने कहा कि जो व्यक्ति सच्चे मन से भागवत कथा का श्रवण करता है
उसका संबंध कृष्ण से अपने आप ही जुड़ जाता है और जहां पर गौ माता की सेवा होती है वहां पर भगवान श्री कृष्ण जी स्वयं विराजमान रहते हैं।
तथा कृष्ण की कृपा उन पर सदा बनी रहती है
और उस व्यक्ति पर कलयुग भी अपना प्रभाव नहीं जमा पाता। कथा में कृष्ण भगवान की सोलह हजार एक सौ आठ विवाहों का वर्णन किया।
शांत पाठ व शुकदेव जी की विदाई, व्यास पीठ पूजन के साथ कथा पूर्ण की गई। सातवें दिन रूपेश चोखानी श्रीमती श्रद्धा चोखानी,अरुण चोखानी श्रीमती मोनिका चौखानी के द्वारा व्यास पुजन करवाया गया।


मधुर भजन पर श्रोता आनंदित रहे। यहां जयकारा लगाकर आरती उतारी गई।सात दिवसीय कथा के दौरान सभी परिवार जनो ने तरह-तरह की झांकियां निकाली गई इस अवसर पर चोखानी परिवार के
रुपेश, अभिषेक, विक्की,बंटी, निखिल, निक्कु, रिंकु, सिद्धार्थ,विवेक,यश, आनंद, विनोद, अभिषेक,अजय,अपनी,नेहा,अरुण,विजय,विनोद, गोपाल,काला,कुसुम,ललिता, प्रियंका,रेशमा, संजय,सरलता,सारदा, सुरेन्द्र, सुशील, विवेक चोखानी ने सात दिवसीय कथा में हर पल अपनी उपस्थिति रखी एवं सभी आने-जाने वालों का भाव भरा स्वागत किया ।कथा में गुवहाटी के मनोज जालान, सावरमल जी सांगानेरीया सहित कई समाजसेवी लोगों का आवागमन भी हुआ
समस्त चोखानी परिवार से सात दिवसीय कथा की सफलता के सभी शिलौंग वासियों को धन्यवाद दिया।

Deepak Verma

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