Crime News

“सीमा पर हेरोइन नहीं, जिंदगी निकली: बीएसएफ ने तस्करी से बचाया दुर्लभ टोकै गेको”

दक्षिण दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल

सीमा की हिफाज़त में तैनात बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) न केवल देश की सुरक्षा में जुटी है, बल्कि अब वह धरती से लुप्त हो रही दुर्लभ प्रजातियों की रक्षा में भी अहम भूमिका निभा रही है। इसका एक बेहतरीन उदाहरण हाल ही में पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर ज़िले में देखने को मिला।

79वीं बटालियन की एक टीम भारत-बांग्लादेश सीमा पर उत्तर अग्रा गांव के समीप नियमित गश्त कर रही थी। इसी दौरान जवानों की नज़र एक संदिग्ध डिब्बे पर पड़ी। शुरुआत में उन्हें संदेह हुआ कि यह पैकेट बांग्लादेशी तस्करों द्वारा सीमा पार से फेंकी गई हेरोइन हो सकती है। लेकिन जब डिब्बा खोला गया, तो उसमें छुपी एक दर्दनाक हकीकत सामने आई।

डिब्बे में बंद था एक करीब 10 इंच लंबा, चमकदार नीली त्वचा वाला दुर्लभ टोकै गेको — एक विशेष प्रकार की छिपकली, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लाखों रुपये आंकी जाती है। टोकै गेको वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत अनुसूची-1 की सबसे संरक्षित प्रजातियों में शामिल है।

BSF के जवानों ने तत्काल इस दुर्लभ जीव को सुरक्षित निकाला और वन विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया। यह कार्रवाई न केवल तस्करों की मंशा पर पानी फेरने वाली थी, बल्कि वन्यजीव संरक्षण की दिशा में भी BSF की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

🌿 क्या है टोकै गेको?
टोकै गेको अपने अनोखे रंग, रात्रिचर स्वभाव और तेज़ आवाज के लिए जाना जाता है। दुर्भाग्यवश, इसकी इसी विशिष्टता के कारण यह तस्करों के निशाने पर आ जाता है।

🛡 BSF की सजगता ने फिर रचा कीर्तिमान
BSF की इस सतर्क कार्रवाई की पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है। यह घटना दर्शाती है कि सीमा की चौकसी केवल दुश्मन से रक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि धरती के बेजुबानों के लिए भी सुरक्षा कवच बन चुकी है।

Deepak Verma

Related Articles

Back to top button