शिलांग बिहारी कल्याण संघ के चुनाव प्रक्रिया पर लगा धांधली का आरोप .
चुनाव के पारदर्शिता पर समाज के ही लोगो ने आरोप लगाया है की इस चुनाव में धांधली हुई है और यह निष्पक्ष चुनाव नहीं हुआ है
4 अगस्त को शिलांग बिहारी कल्याण संघ का कार्यकरणी समिति का आम चुनाव शिलांग गुरुद्वारा में संपन्न तो हो गया परन्तु अब इस चुनाव के पारदर्शिता पर समाज के ही लोगो ने आरोप लगाया है की इस चुनाव में धांधली हुई है और यह निष्पक्ष चुनाव नहीं हुआ है और उन्होंने मांग की है की सी सी टीवी फुटेज दिखाया जाए आइये जानते है की क्या क्या आरोप लगा है
अब कुछ बाते आप सभी को मालूम होना आवश्यक हो गया है कि इसमें कुछ गलत ढंग से किया है जो हमलोग वहां उपस्थित होते हुए भी अपने खुली आंखों से नहीं देख पाए जिसको आप CCTV recording के माध्यम से जरूर देख सकते है अगर कल जो व्यवस्थापक गण दिखाना चाहे तो सबकुछ साफ साफ हम सभी को बिना कुछ वाद विवाद के क्रिस्टल क्लीयर cctvv के माध्यम से हमारी टीम आप सभी के सामने लाने के हर संभव प्रयास करेगी कि सच्चाई इसमें कुछ है भी की नहीं। कल कुछ लोगो ने ये आरोप लगाया है कि कई तरह की गलतियां शुरू से सबके आंखो के सामने धर्म स्थली में चली।
आरोप नबर 1:_ कल जब स्लिप में नाम लिखकर दिया गया था जिसमे से कुछ नाम को अनाउंस ही नहीं किया गया उस पद के लिए जिसका सबूत उस स्लिप में लिया हुआ है जो व्यवस्थापक गण के पास है और ये आरोप अपने माननीय सदस्य श्री दयानंद सिंह ने लगाए है क्योंकि ये स्लिप उन्होंने ही अपने हाथों से लिखा था, इसको सही या गलत व्यवस्थापक गण तुरंत स्लिप को समाज के इसी व्हाट्सएप ग्रुप में डालकर साफ कर देंगे कि दयानंद सिंह सही बोल रहे है या गलत।
आरोप नबर 2:_ हमलोगो के तरफ से प्रेसीडेंट पोस्ट के लिए स्लिप में 2 नाम लिखा गया था जिसमे श्री धर्मवीर राय और श्री धर्मेंद्र आनंद का नाम दिया गया था जिसमे से एक नाम श्री धर्मेंद्र आनंद का नाम क्यों एनाउंसर ने अनाउंस नहीं किया। इसी तरह जेनरल सेक्रेटरी में भी दो नाम दिया गया था श्री राजेश कुमार एवं श्री हरेंद्र राय जिसमें से एक नाम श्री हरेंद्र राय का नाम अनाउंस नहीं किया गया। इसी तरह ट्रेजर में भी स्लिप में श्री दयानंद सिंह एवं चन्दन ठाकुर का नाम दिया गया था
अगर ये सभी उपरोक्त आरोप में अगर कुछ भी सच्चाई है तो ये बहुत ही गंभीर बाते है ये सभी बातो को जाँच प्रताल करना व्यवस्थापक गण एवं समाज के वरिष्ठजनों को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत होनी चाहिए। इस तरह की गलती अगर बिहारी कल्याण संघ में होना नहीं चाहिए ऐसी हम सभी आशा करते है।
आरोप नंबर 3_ गिनती करने में भी गड़बड़ी के आरोप है कि कुछ लोगों को बोल बोलकर बैठाया जा रहा था हाथ उठाने के समय।