सामाजिक कल्याण

सोनम-राजा केस के बाद फिर चर्चा में पति-पत्नी के रिश्ते: मोबाइल और सोशल मीडिया बन रहे सबसे बड़े विलेन”

मोबाइल और सोशल मीडिया ने जहां जीवन को आसान बनाया है, वहीं यह कई बार रिश्तों में जहर घोलने का काम भी कर रहे हैं। ऐसे में संवाद, समझदारी और विश्वास ही रिश्तों को संभालने की सबसे बड़ी कुंजी है

राजा रघुवंशी हत्याकांड और मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी की गिरफ्तारी के बाद समाज में पति-पत्नी के रिश्तों को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। लगातार सामने आ रहे विवादित दंपत्ति मामलों ने यह संकेत दिया है कि रिश्तों में बढ़ती दूरी का एक बड़ा कारण तकनीक, खासकर मोबाइल फोन और सोशल मीडिया बनते जा रहे हैं।

👫 महिला थाना में रोज पहुंचते हैं रिश्तों के अनोखे झगड़े
झांसी जिले के महिला थाना में रोज़ ऐसे कई मामले दर्ज हो रहे हैं, जिनमें पति-पत्नी के बीच की कहासुनी और झगड़े के पीछे मोबाइल फोन अहम भूमिका निभा रहा है। थाना प्रभारी किरण रावत के अनुसार, प्रतिदिन करीब 40% केस सोशल मीडिया से जुड़ी गलतफहमियों और झगड़ों से संबंधित होते हैं।

📱 जब मोबाइल बनता है तीसरा व्यक्ति
हाल ही में सामने आए एक केस में पत्नी ने अपने पति से पैसे लेकर उन्हें किसी दूसरे व्यक्ति पर खर्च किया। पति के विरोध करने पर वह घंटों घर का काम छोड़ इंस्टाग्राम में व्यस्त हो जाती थी। एक अन्य मामले में जब पति ने मोबाइल का पासवर्ड साझा नहीं किया, तो पत्नी सीधे महिला थाने पहुंच गई।

🧠 एक्सपर्ट्स ने बताया असल कारण
रिलेशनशिप एक्सपर्ट अभिषेक दुबे का मानना है कि इन झगड़ों की जड़ में ईगो क्लैश, आपसी संवाद की कमी और विश्वास में दरार प्रमुख वजहें हैं। उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया एक तरह से रिश्तों में तीसरा व्यक्ति बन चुका है, जो दूरियों को बढ़ा रहा है।”

☝️ “गलत कदम उठाने के बजाय समाधान खोजें”
अभिषेक दुबे का सुझाव है कि यदि कोई रिश्ता काम नहीं कर रहा है, तो आपसी सहमति से अलग होने का रास्ता अपनाया जा सकता है, लेकिन भावनाओं में बहकर कोई अत्यधिक या खतरनाक कदम नहीं उठाना चाहिए।

Deepak Verma

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